INTERVIEW
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शुभम चौधरी IAS TOPPER 2013 , RANK 11
देश विदेश में पढ़ाई करने और बड़े पदों पर काम करने के बाद शुभम चौधरी ने आईएएस बनने की ठानी और अपने सपने को साकार किया।
IAS शुभम चौधरी PROFILE
शुभम चौधरी की तीसरी क्लास तक की पढ़ाई दिल्ली में हुई।
9TH तक की पढ़ाई जापान में हुई। दसवीं की पढ़ाई डीपीएस से की उसके बाद आईबी डिप्लोमा 11वीं और 12वीं पोलैंड से किया। Saint Stephen’s से इकोनॉमिक्स मे बी ए और फिर दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से इकोनॉमिक्स मैंने किया।
- दिल्ली के एसआरसीसी, आईटी कॉलेज और लक्ष्मी बाई कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम किया।
- Second attempt में IPS
- थर्ड attempt में आईएएस बनी।
- पिता -डॉक्टर हरजिंदर चौधरी,
(प्रोफ़ेसर दिल्ली यूनिवर्सिटी)
- मां – एशा चौधरी , टीचर दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल।
प्रश्न-जॉब के साथ-साथ तैयारी करने में क्या-क्या समस्याएं आती हैं आपका अनुभव कैसा रहा ।
उत्तर- अगर आप सीमित संसाधनों का बेस्ट यूज करते हैं तो सक्सेस इसी पर निर्भर करती हैं।आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान कई बार तो न्यूज़ पेपर पढ़ने तक का मौका नहीं मिलता था फिर भी मैं साइट्स के जरिए पढ़ कर खुद को अपडेट रखती थी।
प्रश्न-आपके पढ़ाई का टाइम टेबल क्या था?
उत्तर-मैंने पढ़ते समय कभी घंटे नहीं गिने, बस बढ़ती जाती थी । सुबह सुबह कभी जल्दी तो कभी देर से उठती थी। कॉलेज से वापस आकर शाम को करीब 6:07 बजे पढ़ना शुरू कर दी थी ।दो-तीन घंटे पढ़ने के बाद डिनर ,थोड़ी देर टीवी और फिर रात को 1:02 बजे तक पढ़ती रहती थी। वीकेंड पर कभी-कभी सुबह 4:00 बजे तक भी पढ़ लेती थी ।दरअसल मामला टारगेट अचीव करने का रूटीन चाहे कुछ भी हो।
प्रश्न – आपकी स्ट्रेटजी क्या रही ?और आपने कौन-कौन सी बुक्स पढ़ी ?
उत्तर – जनरल स्टडीज में क्वालिटी हिस्ट्री और ज्योग्राफी के लिए मैंने एनसीईआरटी और विजार्ड सीरीज बार-बार पढ़ीं। करेंट अफेयर्स के लिए द हिंदू इकोनामिक टाइम्स न्यूज़ पेपर विजार्ड और फ्रंटलाइन मैगजीन पढ़ीं।
इंटरव्यू की तैयारी कैसे की?
इंटरव्यू की तैयारी के लिए मुझे ज्यादा समय नहीं मिल पाया 23 दिन पहले तक आईपीएस ट्रेनिंग के तहत आइटीबीपी अटैचमेंट के लिए मैं मसूरी में थी बहुत हेक्टिक दिन था फिर भी समय निकाल कर इंटरनेट पर करंट अफेयर्स पढ़ती रहें लेटेस्ट अपडेट और खास तौर पर इकोनॉमिक्स के फटाफट रिवीजन के लिए मैंने बहुत सारी वेबसाइट पढ़ीं।
इंटरव्यू में क्या- क्या सवाल पूछे गए जो आप साझा करना चाहती हैं?
मेरा इंटरव्यू ए पी सिंह के बोर्ड में था। अधिकतर सवाल इकोनॉमिक्स और डीटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म के आधार पर पूछे गए।सिंह सर ने प्रोफ़ेसर जगदीश भगवती और अमृत सेन विवाद अमरत्य सेन की कैपेबिलिटी एप्रोच और पोलैंड के इतिहास पर सवाल पूछे। बाकी मेंबर्स ने चीन के डेमोग्राफिक ट्रांजिशन भारत में फॉरेन यूनिवर्सिटीज के प्रवेश की अनुमति के बारे में और मेरी हॉबीज से रिलेटेड क्वेश्चन पूछे।
सफ़लता में फैमिली सपोर्ट कितना मायने रखता है?
सिविल सर्विसेज एग्जाम आपके धैर्य का इंतहान होता है।ऐसे में जरूरी है कि फैमिली मेंबर्स एक तरफ आप को प्रेरित करें और दूसरी तरफ आपको टेंशन फ्री भी करें।मेंस एग्जाम से एक-दो दिन पहले मेरे पेरेंट्स को महसूस हुआ कि मैं थोड़ी टेंशन में हूं तो उन्होंने मेरी किताबें बंद करवा दी ।और फिर हमने इधर उधर की बातें की साथ बैठकर फिल्में देखी।
सिविल सर्वेंट में क्या क्या क्वालिटी होनी चाहिए?
एक सिविल सर्वेंट के लिए संवेदना और रिस्पांसिबिलिटी ही उसके सबसे महत्वपूर्ण गुण हैं। ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस से कुछ स्किल्स तो काफी हद तक विकसित की जा सकती हैं ।लेकिन आंतरिक मानवीय गुण नहीं सिविल सर्वेंट बनाने का मतलब है कि आप अपना अधिकतम समय जनसेवा के लिए समर्पित करने के लिए तैयार रहें ।आपको याद रखना होगा कि आप जनता की सेवा करें ।इसलिए पब्लिक वेलफेयर है कि आप की प्रायोरिटी हैं।
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